बढ़ता तापमान बुजुर्गों के लिए घातक साबित हो रहा है। एक नई रिसर्च के अनुसार, 2050 तक 24.6 करोड़ बुजुर्ग जानलेवा गर्मी का सामना करेंगे। एशिया और अफ्रीका में यह समस्या गंभीर होगी। 2050 तक 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों की संख्या 210 करोड़ हो जाएगी। भीषण गर्मी और लू की घटनाओं का स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ेगा, खासकर बुजुर्गों पर। भारत में 2050 तक 34.7 करोड़ बुजुर्ग होंगे, जो जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील होंगे।
बढ़ती गर्मी से बुजुर्गों को विशेष रूप से खतरा है, जिससे उनके स्वास्थ्य की समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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