कोरोना महामारी के समय, एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया और यह देशवासियों को व्यापक रूप से उपलब्ध कराया गया। एस्ट्राजेनेका ने इसे लेने वालों में रेयर साइड इफेक्ट की चेतावनी दी है, जैसे रक्त के थक्के जम सकते हैं और प्लेटलेट की कमी हो सकती है।
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